एक्टिबिल 300 एमजी टेबलेट (Actibile 300 MG Tablet) एक प्रकार का पित्त अम्ल है, जो पित्त संबंधी समस्याओं के उपचार में सेवन किया जाता है। पित्त संबंधी बीमारियों के कारण दर्द, अग्न्याशय, पीलिया और पित्ताशय की थैली में सूजन जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। जब पित्त तरल रूप से कठोर रूप में बदल जाता है, तो ऐसे में पित्त मूत्राशय पत्थरों को बना देता है। पित्ताशय में कैल्शियम के एक जगह इकट्ठा होने से पथरी बन सकती है और इससे बहुत ही असहनीय तेज दर्द हो सकता है। ऐसे में Actibile 300 MG Tablet बहुत ही असरकारी माना जाता है, जिसके सेवन से इन रोगों से जल्द ही छुटकारा पाया जा सकता है।
Actibile 300 tablet के उपयोग (Actibile 300 tablet uses in Hindi) :-
Actibile 300 tablet का उपयोग विशेष तौर पर लीवर सिरोसिस एवं पित्ताशय संबंधी समस्याओं के इलाज में बहुत ही लाभकारी माना जाता है। इस tablets के कुछ अन्य प्रमुख उपयोग निम्नलिखित हैं –
1. Actibile 300 tablet डॉक्टरों द्वारा सलाह दी जाने वाली दवा है, जो मुख्य रूप से पित्ताशय में पथरी की समस्या से निजात पाने के लिए सेवन किया जाता है।
2. यह पित्ताशय में पथरी के रूप में जमे कोलेस्ट्रॉल को तोड़ने में सहायक होता है, इस दवा के लगातार इस्तेमाल से पथरी गल जाती है और घुल कर खाने के साथ बाहर निकल जाती है। इसके लिए आपको नियमित रूप से कई महीनों तक इस दवा का सेवन करना होगा।
3. Actibile 300 tablet का इस्तेमाल कुछ अन्य स्थितियों जैसे – प्राइमरी बिल्लेरी सिरोसिस, कोलेस्ट्रॉल युक्त पित्त पथरी का विघटन तथा सिस्टिक फाइब्रोसिस रोगों से छुटकारा पाने के लिए किया जाता है।
4. इसकी खुराक मरीज की शारीरिक स्थित, आयु, वजन, चिकित्सकीय परीक्षण एवं अन्य कारकों के आधार पर ही लिया जाता है, इसलिए इस दवा के सेवन से पहले आप चिकित्सक से परामर्श अवश्य लें।
5. वैसे तो इस दवा की डोज हर दिन एक टैबलेट के रूप में ली जाती है, परंतु मरीज की मूल समस्या क्या है? यह जानने के लिए डॉक्टर से सलाह लेकर ही खुराक लेना अति आवश्यक है।
6. यह दवा शरीर में घुलकर कोलेस्ट्रॉल के संश्लेषण और प्रवाह को दबा देती है एवं आंत से कोलेस्ट्रॉल के आंशिक पुनर्वसन को भी निम्न करने का काम करती है, जिससे इन समस्याओं से कुछ महीनों में ही राहत मिल जाता है।
7. इस दवा से कोई गंभीर साइड इफेक्ट देखने को नहीं मिलते, लेकिन कुछ आम लक्षण जैसे- बाल झड़ना, कब्ज, पेट दर्द आदि समस्याएं हो सकती हैं। इस दवा का सेवन इलाज पूरा होने तक नियमित रूप से करें और यदि इसके साइड इफेक्ट लंबे समय तक बने रहे, तो जल्द ही अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
8. यह दवा बच्चों के लिए निर्देशित नहीं है। इस दवा को medicine specialist से सलाह लेकर ही सेवन करें क्योंकि कुछ दवाओं के साथ इसका सेवन करने से इंटरैक्शन होने का खतरा होता है।
9. इस दवा में युर्सोडोक्सीकॉलिक एसिड (Ursodeoxycholic Acid) की मात्रा है जो निर्धारित रोगों के लिए बहुत ही फायदेमंद दवा माना जाता है। इस दवा की खुराक कुछ खाने के बाद या रोजाना रात में सोते समय लें।
10. लिवर और किडनी जैसी गंभीर समस्या से ग्रसित रोगी इसके इस्तेमाल से बचें। अधिक आवश्यकता होने पर इस दवा का इस्तेमाल सावधानीपूर्वक अपने डॉक्टर के सलाहनुसार ही करें। कभी-कभी इस दवा के गलत प्रभाव से थकान, सिरदर्द, रैशस, उल्टी, अपच, हल्का, पेट दर्द तथा प्रुरिटस जैसी नकारात्मक प्रभाव होने की संभावना होती है।
11. लीवर रोग, पित्त की पथरी, लीवर बढ़ना या लीवर खराब होना जैसी स्थितियों में भी यह दवा काफी प्रभावकारी माना जाता है। गर्भवती महिलाओं पर यह दवा कोई नुकसान नहीं पहुंचाता किन्तु स्तनपान कराने वाली महिलाओं पर इसका हल्का प्रभाव देखने को मिलता है।
12. इस दवा का रोजाना इस्तेमाल से कोई भी लत जैसी बीमारी नहीं लगती और ना ही इस दवा को लेकर गाड़ी चलाना हानिकारक माना जाता है। लेकिन शराब के साथ इस दवा का इस्तेमाल करना असुरक्षित माना जाता है।
13. यह दवा लीवर द्वारा उत्पादित कोलेस्ट्रॉल को कम करने में भी असरदार होता है तथा कोलेस्ट्रॉल लेवल को भी घटाता है। यह न केवल पित्ताशय की पथरी को तोड़ता है बल्कि पथरी की संभावना को भी कम करने में सहायक होता है। परंतु एक बात का ध्यान अवश्य रखें इस दवा का इस्तेमाल आप अपने डॉक्टर से सलाह लेकर ही करें।
अस्वीकरण
ये लेख केवल आपको जानकारी देने के लिए है। उचित इलाज के लिए डॉक्टर से सलाह लें। बिना डॉक्टरी सलाह के दवा का इस्तेमाल नुकसानदायक हो सकता है।